Taarak Mehta | यह जिंदगी बहुत लंबी है। जब इसमें मुसीबत आ जाती है तो ये जिंदगी और लंबी और बोरिंग लगने लगती है। लेकिन जब कपिल शर्मा और चार्ली चैप्लिन जैसे लोग हमारे हमसफर बन जाते है तो हमें पता ही नहीं चलता है, ये जिंदगी कब गुजर गई।
कुछ ऐसे ही थे, लोगों की जिंदगी को आसान बनाने वाले तारक मेहता। जिनकी कलम से निकली हर शब्द सबके चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान ला देता थी।
वे ऐसा इसलिए करवाते थे, कि वे दुनियाँ को औरों से अलग से एक बच्चे की तरह शरातीपन से उल्टे चश्में से देखते थे। जिससे दुनियाँ कि जो गम धरती पर होती थी, वो आसमान में अविरल हवायों के साथ छु-मंतर हो जाती थी।
इसी तरह शब्दों के साथ अठखैलिया करते हुए उल्टे चश्में के नीचे आँखें कब बन हो गई, पता ही चला। पर दुनियाँ को इस बात का पता, 1 मार्च 2017 को लगा, जब कलम ने शरारती शब्दों को लिखना बंद कर लिया।
अनुक्रम
Taarak Mehta Wiki
शब्दों के शरारती Taarak Mehta का जन्म अहमदाबाद, गुजरात के नागर परिवार में हुआ था। जिंदगी के शुरू से उन्हें लेखन का बड़ा शौक था।
इसलिए जब जवान हुए कई न्यूज पेपर जैसे दिव्य भास्कर के कोलम्स में लिखने लगे। पर वे गुजराती में प्रकाशित चित्रलेखा मैग्जीन के कॉलम “दुनियाने उंधा चश्मा” से पहली बार लाईमलाईट में आए।
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इस कॉलम पर सब टीवी पर अनेवाले तारक मेहता का उल्टा चश्मा सीरियल बनाया गया।
उन्होंने अपने लेखन कैरियर में मात्र दो ही लोगों का इंटरव्यू लिया। पहले ज्योतिन्द्र दवे और दूसरे वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी का। मोदी के बारे में कहते है कि उनका सेंस ऑफ ह्यूमर जोरदार है।
बरहाल लाईमलाईट में आने के वजह से उन्हें मुंबई से कई न्यूज़पेपर से ऑफर्स आने लगे। तब उन्होंने एक ऑफर एक्सैप्ट करते हुए प्रजातंत्र न्यूज़पेपर के एडिटर बन गए।
पर उन्होंने कभी अपने कॉलम के सफर को रोका नहीं। यही था कि 2015 में गुजराती साहित्य और हास्य में योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया।
Personal Life
अपने काम के लिए चार्ली चेपलीन और राज कपूर साहब को आदर्श मानने वाले तारक मेहता सादा जीवन को तरजीह देते थे।
उन्होंने दो शादी की थी, पहली पत्नी 2006 को स्वर्ग सिधार गई और वे मृत्यु से पहले दूसरी पत्नी के साथ मुंबई मे रह रहे थे। उन्हें पहली शादी से संतान के रूप में एक पुत्री हुई, जो विवाह के बाद अमेरिका में सेटल हो गई।
Death Reason
Taarak Mehta लंबे समय से बीमार चल रहे थे। जिसकी वजह 87 साल की उम्र मेन 1 मार्च 2017, बुधवार को मृत्यु हो गई।
उनकी अंतिम ख्वाहिश थी कि लोग उनकी मृत्यु पर रोये नहीं, बल्कि हँसे। पर ये ख़्वाहिश पूरी ना हो सकी, क्योंकि लोग अपने आँखों के जल-धार को थाम ना सके।
Quick Fact
Name – Taarak Mehta
Date of Birth – 26 December, 1929
Place of Birth – Ahmedabad, Gujarat
Date of Death – 1 March 2017
Wife – 2
Daughter – 1
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