Kareena Kapoor पोपुलर फिल्मी फैमिली से होने के बावजूद भी उन्हें कंगना रनौट की तरह Movies में काम करने को लेकर अपने Family से विरोध का सामना करना पड़ा, जबकि उस समय उनकी बड़ी बहन करिश्मा कपूर एक जानी-एक्ट्रेस बन चुकी थी।
पर करीना ने हार नहीं मानी और अपने बिंदास लाइफ स्टाइल और पक्के इरादों से बॉलीवुड में करीना युग की शुरुआत करने में सफल ही नहीं रही बल्कि अपने टूटे रिश्तों को 2011 में एक करने में भी सफल रही।
फ्रेंड, आज आप Kareena Kapoor की इस Hindi Biography द्वारा जानेंगे, आखिर कैसे Kareena Kapoor ने अपने परिवार के सपोर्ट के बगैर सफलता अर्जित और अपने परिवार को एक करने में भी सफल रही ?
अनुक्रम
Kareena Kapoor Hindi Biography (Wiki)
Family
करीना कपूर का जन्म मुंबई में मशहूर फिल्मी कपूर परिवार में हुआ था। उनके पिता रणधीर कपूर बॉलीवुड में नामी-गिरामी एक्टर, डाइरेक्टर और प्रोड्यूसर रह चुके है और उनकी माँ बबीता 70-80 के दशक में एक पोपुलर एक्ट्रेस थी।
उनकी बड़ी बहन करिश्मा कपूर भी एक फेमस एक्ट्रेस थी, जो 1991 से 2001 के बीच बॉलीवुड इंडस्ट्रीज में काफी एक्टिव थी। बाद में उन्होंने 2003 में बिजनेसमेन संजय कपूर के साथ शादी कर अपने घर-गृहस्थी की ज़िम्मेदारी संभालने लगी और बॉलीवुड से सदा के लिए रिटायरमेंट ले ली।
Childhood & Education
बचपन के बारे में करीना खुद कहती है,
मैं बहुत शरारती और स्पोइलट चाइल्ड थी।
इन्हीं आदतों के कारण उन्हें मुंबई स्थित जमनाबाई नर्सी स्कूल से देहरादून स्थित वेलहम गर्ल्स बोर्डिंग स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया।
जहां वो अपनी प्रारम्भिक शिक्षा पूर्ण कर मुंबई लौट आई और कॉमर्स इंटर्मीडियट की पढ़ाई के लिए ऐसे कॉलेज की तलाश करने लगी, जहां के क्लासों में आम क्लासों की तरह लेक्चर नहीं दिया जाता हो, फाइनली वो अपने मकसद में कामयाब हुई और उन्हें मिथिबाई कॉलेज मिला, जो उनके इच्छानुरूप था।
इसी दौरान उन्हें अपनी बड़ी बहन करिश्मा के शूटिंग पर जाने का मौका मिला।
वैसे कपूर खानदान में औरतों का फिल्मों में काम करने को सही नहीं माना जाता था। फिर भी करिश्मा ने अपने ट्रेडीशनल कल्चर को तोड़ते हुए अपनी शानदार फिल्मी कैरियर बनाने में सफल रही।
वैसे करीना कपूर भारत की पहली बोलती फिल्म आलमारा के एक्टर पृथ्वीराज कपूर और भारत के शोमेन के नाम से प्रसिद्ध राज कपूर की परपोती और पोती है, जिसके कारण एक्टिंग तो उनकी डीएनए में था, पर एक्टिंग की इच्छा अपनी बहन की शूटिंग देखकर पनपा।
बरहाल, करीना समर वेकेशन पर एक महीने की कोर्स वाली माइक्रोकंप्यूटर की पढ़ाई करने के लिए अमेरिका स्थित हावर्ड यूनिवर्सिटी चली गई।
उन्हीं दिनों करीना को लॉ से प्यार हो गया और बाकायदा लॉ कॉलेज में एनरोल्लड़ होकर एक साल तक पढ़ाई भी की। पर अपनी फिल्मी इंटरेस्ट के कारण वो इस इंटरेस्ट पर ज्यादा दिन कायम ना रह सकी।
पर लॉ के इस इंटरेस्ट ने उन्हें लॉन्ग लास्टिंग वाला पढ़ने का गुण दे दिया, जो अभी भी बरकरार है और जिसके कारण आज वो तीन किताबों की सह लेखक भी है।
Acting Training
बरहाल, करीना एक्ट्रेस बनने की चाह में एफ़टीआईआई के मेम्बर किशोर नमित कपूर के देखरेख में एक्टिंग सीखने लगी।
Acting Debut & Career
ट्रेनिंग के दौरान ही राकेश रोशन की फिल्म “कहो ना…. प्यार है” में काम करने का मौका मिला, जो उनके बेटे रितिक रोशन की डेब्यु फिल्म थी।
बेबों ने हामी भर दी और कई दिनों तक काम भी की। पर जल्द ही उन्हें अहसास होने लगा कि, उनसे ज्यादा रितिक रोशन को अहमियत दिया जा रहा है। इससे नाराज होकर वो इस फिल्म से सदा के लिए अलग हो गई।
पर उन्हें ज्यादा दिन तक खाली नहीं रहना पड़ा, उन्हीं दिनों अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन “रेफ़्यूजी” फिल्म से डेब्यु कर रहे थे और उन्हें अपनी फिल्म में एक हीरोइन की दरकार थी, जो बंगलादेशी लड़की का रोल निभा सके।
इस फिल्मी इंडस्ट्रीज में कपूर फैमिली और बच्चन फैमिली के बीच काफी अच्छी कैमिस्ट्री जमती थी, जिसके कारण ये ऑफर जल्द ही बेबों को मिला, वो इसे स्वीकार करते हुए इस फिल्म में काम करने लगी।
वो इस रोल को काफी अच्छे ढंग से निभाई, जिसके कारण उन्हें कई फिल्म समीक्षकों से प्रशंसा के सुर सुनने को मिला और साथ ही Filmfare Best Award For Female Debut का अवार्ड भी मिला। इस फिल्म के हिट होते के साथ बेबों का दौर स्टार्ट हो गया, जो अभी तक बरकरार है।
इस सफलता के बाद उन्हें दूसरी फिल्म “मुझे कुछ कहना है” के रूप में मिला, जो दिग्गज एक्टर जितेंद्र के बेटे तुषार कपूर का डेब्यु फिल्म था। बेहतरीन युगल एक्टिंग के कारण ये भी फिल्म हिट हुई।
बेबों की लगातार दो हिट फिल्मों ने इंडस्ट्रिज को जता दिया था कि फिल्मों के लिए मशहूर कपूर फैमिली की सबसे हसीन और टेलेंटिड वंशज ने अपनी धाक जमा ली है।
सफलता की बुलंदियाँ
अब बेबों तो फिल्मी इंडस्ट्रीज में किसी राजकुमारी से कम ना थी, जिसके कारण उनके पीछे फिल्मी ऑफर्स की लाइन लगी रहती थी।
इसी दौरान उन्होंने अपने पुराने गीले-शिकबे को भूलाते हुए रितिक रोशन और जैकी श्रोफ के साथ “यादें”, अक्षय कुमार के साथ “अजनबी” और शाहरुख खान के साथ “अशोका” की। सभी फिल्में कमर्शियली हिट रही। “अशोका” के लिए तो उन्हें Filmfare Award for Best Actress का नॉमिनेशन भी मिला, जो उन्हें बेहतरीन एक्टिंग का सबूत था।
अगले साल करण जौहर की डेब्यु फिल्म “कभी खुशी, कभी गम” में उन्हें 6 मेगा स्टार्स, अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, शाहरुख खान, काजोल और रितिक रोशन के अपोजीट कास्ट कर लिया गया।
इस फिल्म को लेकर बेबों काफी खुश थी और कहती है,
इस फिल्म में काम करना, मेरे लिए बड़ा फ़न रहा और हम सबने एक्टिंग में बड़ा ब्लास्ट किया और 6 मेगा स्टार्स के साथ काम करना किसी सपने का सच होने जैसा था।
बरहाल 6 नहीं 7 मेगा स्टार्स से सज्जी यह फिल्म उस साल दूसरी सबसे बड़ी हिट फिल्म रही, जो वर्ल्डवाइड 100 करोड़ रुपये कमाने में सफल रही। उन्हें अपनी बेहतरीन एक्टिंग के लिए कई बड़े अवार्ड्स के नोमिनेशंस भी मिले।
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असफलता का दौर
लगातार फिल्मी सक्सेस के कारण बेबों की धाक चलने लगी, जिसके कारण वो बड़े उत्साह के साथ 2002-03 के बीच “मुझसे दोस्ती करोगे”, “जीना सिर्फ मेरे लिए”, “तलाश”, “खुशी”, “मैं प्रेम की दीवानी हूँ” और “एल ओ सी कार्गिल” जैसी फिल्मों को एक साथ साइन की और काम की।
पर वो अपनी एक्टिंग में वैरिएशन ना डाल सकी, जिसके कारण ये सारी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से पीट गई। लगातार छह फिल्मों का फेल होना उनके लिए किसी सैटबैक से कम ना था।
यहीं दौर था, जब बेबों बुलंदियों के शिखर से धड़ाम से गिर गई। इससे वो जोरदार सबक लेते हुए निश्चय की अब से केवल चैलेंजिंग रोल ही किया करेगी।
संभली और फिर उठ खड़ी हुई
2004 में उन्हें भारतीय वेश्याओं के जीवन पर आधारित “चमेली” फिल्म में काम करने का मौका मिला, पर शुरुआत में बेबों ने इस फिल्म के लिए अपने आप को अनकंफ़र्ट फिल किया। पर काफी मनाने के बाद इस फिल्म के लिए मान गई।
अब वो सेक्स वर्कर की लाइफस्टाइल जानने के लिए रोज शाम या रात में रेड लाइट एरिया में चक्कर लगाने लगी।
खैर एक्टिंग की टेलेंटिड बेबों ने जल्दी ही उनकी दिनचर्या को कॉपी करने में कामयाब रही, जिसके कारण यह फिल्म हिट रही, जो उनके एक्टिंग की गिरते ग्राफ के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम ना था।
इस बाद उनकी अगली फिल्म “युवा” और “देव” रही, जो सुपरहिट हुई। जिसके कारण वो Filmfare Critics Award for Best Actress को जीतने में कामयाब रही।
Filmy Maturity
करीना अब अपने फिल्मों के चयन को लेकर काफी मेच्योर हो चुकी थी, जिसके कारण वो अपने हर रोल के लिए वैरिएशन का काफी ख्याल रखती थी।
इसी बात को ध्यान रखते हुए वो “फिदा”, “हलचल”, “बेवफा”, “क्यों की”, “दोस्ती : फ्रेंड्स फॉरएवर”, “36 चाइना टाउन”, “चुप चुप के”, “ओमकारा” जैसी डिफरेंट सबजेक्ट वाली फिल्में की, जिसके कारण उनकी तमाम फिल्में सफल ही नहीं हुई बल्कि उनकी ओमकारा फिल्म को 2006 के कनेस फिल्म फेस्टिवल और कैरो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाया भी गया। जिसके कारण वो कई स्क्रीन अवार्ड्स जीतने में कामयाब रही।
जब उनसे The Times of India के इंटरव्यू में लगातार फिल्मों की सफलता का राज पूछा गया तो उन्होंने कहीं,
शुरुआत के दिनों में मैं अपने फिल्मों को लेकर बड़ी ग्रिडी थी, जिसका मुझे काफी खेद है पर आज मैं केवल सेलेक्टीव फिल्में ही करती हूँ।
उसी साल उन्होंने सुपरहिट फिल्म डॉन की रिमेक डॉन में काम की, जो बॉक्स ऑफिस पर अपना डॉन गिरि पेश करने में सफल रहा।
इसके बाद बेबों कुछ समय के लिए फिल्मों से ब्रेक ले ली और जल्द ही 2007 में हिट फिल्म जब वी मेट से धमाकेदार वापसी की।
इस वापसी का प्रभाव यही तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने उन्हें Filmfare जैसे कई अवार्ड्स जीता गया और साथ ही शाहिद कपूर के साथ दिल का रिश्ता भी जोड़ गया।
इस बाद उन्होंने पहली बार अपने फ्युचर हसबेंड सैफ अली खान के साथ “टशन” फिल्म की, जो बॉक्स पर 28 करोड़ कमाते हुए कमर्शियली हिट रहा।
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कॉमेडी का टशन
फिर उनकी एक्टिंग कैरियर में कॉमेडी फिल्मों का भी दौर आया, जिसे वो चैलेंज के रूप में स्वीकार करते हुए “गोलमाल रिटर्न्स” और “गोलमाल: फन अनलिमिटेड” जैसी बैक तो बैक दो मूवीज की, जो दर्शकों की चेहरों पर मुस्कान लाने में सफल रहा।
पहली यूनिवर्सल स्टुडियो से बनी फिल्म
2009 में अक्षय कुमार के साथ उनकी फिल्म कमबख्त इश्क़ आई, जिसकी शूटिंग लॉस एंजिलोस में हुई। यह भारत की पहली ऐसी फिल्म है, जिसे यूनिवर्सल स्टुडियो के मदद से बई गई। फिल्म हिट नहीं हुई, पर 84 करोड़ कमाकर कमर्शियली सफल रही।
इसके बाद फ्युचर हसबेंड के साथ आई उनकी अगली फिल्म कुर्बान इतनी सफल रही कि उन्हें चौथी बार Filmfare Best Actress के लिए नॉमिनेशन मिला।
भारत की फिल्मी ईतिहास में पहली बार
साल 2009 उनके लिए किसी ख्वाब से कम ना था, जब उन्हें आमिर खान के कहने पर “3 idiots” फिल्म कास्ट कर लिया गया।
यह फिल्म इतनी सफल हुई कि अबतक भारत में कमाई के मामले में दूसरी सबसे कामयाब फिल्म रही। इस फिल्म की सफलता का परचम विदेशों में भी लहराया गया, जो भारत के फिल्मी इतिहास में पहली बार हो रहा था।
उस साल इस फिल्म को बेस्ट फिल्म अवार्ड के साथ बेबों को IIFA Award for Best Actress का भी अवार्ड मिला।
फिर इसके बाद उनकी कई बेहतरीन फिल्में की, जैसे We are Family, गोलमाल 3, Ra.One, एक मैं और एक तू ।
Marriage
लंबे समय से नवाब सैफ अली खान के प्यार में रही बेबों ने 2012 में शादी के बंधन में बंध गई और Kareena Kapoor से Kareena Kapoor Khan बन गई।
नए युग की फिल्मी कैरियर
उसी साल आमिर खान और रानी मुखर्जी के साथ उनकी फिल्म तलाश आई, जो बॉक्स पर ऑडियन्स का दिल जीतने में कामयाब रही।
2013 मेँ अजय देवगन के साथ “सत्याग्रह” और “गोरी तेरी प्यार मेँ” जैसी फिल्में की। इसके बाद बेबों अपने फैमिली रिश्तों और जिम्मेदारियों को संभालने के लिए कम ही फिल्में करने लगी।
जिसकारण 2014 मेँ एक मात्र फिल्म सिंघम रिटर्नस मेँ ही काम कर सकी।
2015 मेँ सल्लू भाई के “बजरंगी भाईजान” मेँ काम की। दो देशों के रिश्तों पर बनी यह फिल्म अपनी भावुक कहानी से ऑडियन्स को भावुक करने मेँ और बेबों को नेशनल फिल्म अवार्ड दिलाने मेँ सफल रही।
उसी साल अनिल कपूर के भतीजे अर्जुन कपूर के साथ रोमांटिक कॉमेडी फिल्म “Ki & Ka” की, जो बॉक्स ऑफिस पर ठीक ठाक रही।
2016 में विवादों से भरी उनकी “उड़ता पंजाब” फिल्म आई, जो पंजाब के ड्रग माफिया पर आधारित था। जिसे बाद में एक सीन कट के साथ हाई कोर्ट द्वारा हरी झंडी दिखा दिया गया। जिसे दर्शकों के साथ फिल्म समीक्षकों का बड़ा प्यार मिला।
इसी साल के जून में सोनम कपूर के साथ “वीरे दी वेडिंग” फिल्म आई, जो सिनेमाघरों के पर्दों पर पड़े धूल झाड़ने में ही सफल रही।
जब करीना बनी Fashion Designer और Writer
एक्टिंग के अलावा Kareena Kapoor 2009 से ग्लोबल रीटेल चैन के साथ मिलकर वुमेन फ़ैशन स्टाइल के लिए नया-नया डिज़ाइन भी क्रिएट किया करती है। इसके अलावा वो बॉलीवुड में एक मात्र एक्ट्रेस है, जो राइटिंग भी करती है।
बेबों ने ‘Don’t Lose Your Mind, Lose Your Weight’, ‘Women and The Weight Loss Tamasha’, ‘The Style Diary of a Bollywood Diva’ जैसी किताबों को लिख चुकी है। उनकी राइटिंग का क्रेज इतना था कि किताबों के पब्लिकेशन के 20 दिनों के अंदर 10 हजार प्रतियाँ बिक गई।
Personal Life
Kareena Kapoor की बचपन की दोस्त इन्दु मीरानी कहती है
मैं उन्हें बचपन से जानती हूँ। वो एक बिंदास लड़की है। जिसे पुरानी फिल्में देखना और पुराने गाने बेहद पसंद है।”
यही कारण है कि एक सफल एक्ट्रेस होने के बावजूद अपनी फैमिली रेस्पोन्स्बिलिटी निभाने से पीछे नहीं हटती।
जब पेरिस में बेबों को सैफ अली खान से प्यार हुआ तो वो उस दिन से ही काफी रेसपोनसीबल हो गई थी, जो अब तक कायम है।
दोस्तों, इस हसीन एक्ट्रेस की सक्सेस जितना आसान दिखता है, उतना है नहीं।
जब बेबों ने निश्चय की वो फिल्मों में काम करना चाहती है। इसके बारे में उन्होंने पहली बार जिक्र अपनी माँ से की।
पर परिवार वालों ने उनके इच्छा के विरोध में खड़े हो गए। पर फिर भी करीना नहीं मानी और फिल्मों में आ गई। जिसके कारण उन्हें घर से निकाल दिया गया। पर हिम्मत नहीं हारी।
इसी वजह से बाद में उनकी माँ बबीता अपनी बेटी को सपोर्ट करने लगी और 2011 में सबकुछ ठीक हो गया। फैमिली ने उनके कैरियर और उन्हें पूर्ण स्वीकार कर लिया।
Kareena Kapoor’s Baby
मंगलवार, 20 दिसंबर 2016 को करीना ने एक बेबी को जन्म दिया, जिसका नाम तैमूर अली खान पटौदी रखा गया।
आखिर उनका नाम करीना क्यों रखा गया ?
जब Kareena Kapoor अपनी माँ के पेट में थी। तब उनकी माँ Anna Karenina नाम की किताब पढ़ा करती थी, जिसके कारण उनका नाम करीना रख दिया गया।
Kareena Kapoor’s Diet
Kareena Kapoor अपने स्लिम बॉडी का राज वेजीटेरियन होने को बताती है। वो कहती है,
मैंने देखा है मेरी दादी बुढ़ापे में भी किसी हसीना से कम ना थी, उनका साफ और खूबसूरत स्किन उनकी वेजेटेरियन खानपान, खासकर घी के कारण थी। वैसे वो कहती थी, यदि आपको लंबे से तक खूबसूरत बने रहना चाहती हो तो वेजिटेरियन खानपान की आदत डाल लो।
इसलिए Kareena Kapoor एक बेगम होने के बावजूद एक शुद्ध शाकाहारी है। वो अपने खाने में घी के साथ दाल और चावल लेना ज्यादा पसंद करती है।
उनकी दिन शुरुआत आम लोगों के उलट चाय या कॉफ़ी से नहीं होती है, बल्कि एक ग्लास जूस से होती है। ब्रेकफ़ास्ट में उबली हुई मूसली, उप्मा या इडली और कभी-कभी पराठा भी लेती है।
लंच में घी के साथ दाल-चावल लेना पसंद करती है और शाम में नवाबी खाना पसंद है पर मीट के साथ नहीं, बल्कि घी और बटर के साथ।
और इसके बाद वो एक या दो पैक रेड वाइन भी पीना पसंद करती है।
वैसे भारतीय खाना के अलावा उन्हें थाई और इटेलियन फूड भी पसंद है और ट्रैवेलिंग के दौरान वो चोकलेट कैरी करना नहीं भूलती है।
फिलहाल Kareena Kapoor प्रेग्नेंट है, इसके बावजूद भी ग्लैमरस फ्युचर मॉम रैम्प वॉक करती नजर आ जाती है। खैर अब वो अपने फ्युचर संतान के लिए काम से पूरी छुट्टी ले चुकी है।
Quick Fact
Bio Data
Name – Kareena Kapoor Khan
Pet Name – Bebo
Date of Birth – 21 September 1980
Birth of Place – Bombay, Maharashtra
Age – 35 Years
Height – 5’4”
Weight – 57 Kg
Figure – 35-27-34
Net Worth – $6 Million
Family
Father – Randhir Kapoor
Mother – Babita
Sister – Karishma
Husband – Saif Ali Khan
Marriage Date – 16 October 2012
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(Pic-Google Image)