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    holi

    Best 4 Holi Essay in Hindi For Child- Paragraph Nibandh 2022

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    By Ravi Kumar on Mar 6, 2022 Holi

    दोस्तों हमारी तरफ से आपको ओर आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएं। होली का त्योहार पुरे भारत मे लोग बहुत खुशी से मनाते है। स्कूलो में All Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के Students को होली पर निंबध दिया जाता हैं। आज इस लेख में आपके लिए होली पर निंबध लिखा है जिससे आप अपना टास्क पूरा कर सकते हैं और अपने दोस्तों में भी शेयर करें।

    अनुक्रम

    •  Essay on Holi
      • 100 Words Nibandh (5 Lines)
      • Read Also: Best 75 Holi Messages Status 2022
      • 200 Words Paragraph (होली पर 10 लाइन class 2, 3, 4, 6, 7)
      • Read Also: Best 25 Happy Holi Image & Wallpaper Download
      • 300 Words Easy Essay (Class 4, 5 Holi Par Nibandh)
      • Read Also: Best 80 Holi Wishes Shayari 2022
      • 600 Words Essay (होली पर निबंध प्रस्तावना सहित)
      • Read Also: Best 100 Holi Greetings Quotes 2021
      • Read Also: Best 30 Holi Jokes 2022

     Essay on Holi holi

    100 Words Nibandh (5 Lines)

    हिन्दुयों का प्रमुख त्यौहार होली अपनी रंग-बिरंगी और भाईचारा वाली पहचान के लिए जानी जाती है, जिसे मार्च महीने में मनाया जाता है। इस दिन सभी सरकारी दफ्तरों, स्कूलों सहित निजी संस्थानों में छुट्टी होती है।

    घरों में अच्छे-अच्छे पकवान बनाए जाते है, खासकर मीठे पकवान को खूब प्रमुखता दी जाती है। खैर सुबह होने के साथ बच्चे-जवान रंगों से भरे पिचकारी के साथ बाहर निकलते है और अपने दोस्तों-संबंधियों को गीला कर देते है।

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    यहीं नहीं, रास्ते में जो कोई अजनबी भी मिलता है, उसे भी रंगीन कर छोड़ते है, जिसे अजनबी बुरा नहीं मानता है, क्योंकि वह जानता है कि बुरा ना मानो होली है। दोपहर के बाद गुलाल से चलती हुई होली शाम को गायन-वादन के साथ समाप्त हो जाती है।

    200 Words Paragraph (होली पर 10 लाइन class 2, 3, 4, 6, 7)

    रंगा-बिरंगा होली हिन्दू कैलंडर के अनुसार फाल्गुन महीने में मनाया जाता है, जो अङ्ग्रेज़ी के मार्च महीने में पड़ता है। यह दिवाली के बाद हिंदुयों का दूसरा बड़ा त्यौहार है। जिसे भारत में हिन्दू ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लोग इसे पूरे उत्साह के साथ मनाते है, क्योंकि यह पर्व अपनी भाईचारा पहचान के लिए जानी जाती है, जिसकी छाप लोगों के दिलों पर भी देखने को मिलता है। जिसके कारण इस दिन बच्चे, बूढ़े और औरतें सभी रंगों से सने होते है।

    वे सभी एक-दूसरे के गीले-शिकवे को भुलाकर अपनी प्रेम का रंग चढ़ाते है, जिसके कारण इसे भाईचारा का सबसे बड़ा पर्व कहा जाता है।

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    वही इस दिन बच्चे सबसे ज्यादा उत्साहित दिखते है, क्योंकि स्कूल की छुट्टी होती है और उन्हें दोस्तों के साथ मस्ती करने की पूरी अनुमति भी रहती है। जिसके कारण वे अपने दोस्तों के साथ मिलकर रंगों का खेल खेलते हुए जी भर के मस्ती करते है।

    वही शाम होते ही जवान और प्रौढ़ अपने गायन-वादन उपकरणों के साथ अपने अँगने या मौहल्ले के चौपाल एकत्रित हो जाते है। इस दौरान वे होली से जुड़े लोक गीत गाते है और हवायों में गुलाल का बौछार करते है। जिसे ड्राई होली भी कहा जाता है।

    300 Words Easy Essay (Class 4, 5 Holi Par Nibandh)

    भारत हमेशा से अपने रंग-बिरंगे त्यौहार के लिए जाना जाता रहा है। जिसमें होली का त्यौहार का स्थान सर्वश्रेष्ठ है, क्योंकि इस त्यौहार में जो बात है। वह किसी भी त्यौहार में नहीं। खासकर भाईचारा के लिए जाना जाने वाली रंगों और गुलाल से मनाई जाती है, जो दुश्मन दिल को एक करने के लिए जानी जाती है।

    खैर इस दिन सुबह से ही क्या बच्चे, क्या बूढ़े सभी पर इस त्यौहार के कारण नया-सा मस्ती छाया होता है। वे सूरज की पहली किरण के साथ हाथों में रंग लिए घर से बाहर निकलते है और दोस्तों और संबंधियों को लगा देते है। यहीं नहीं रंग से पिचकारियों से सभी को भिगो देते है।

    तब वे सभी मिलकर एक ग्रुप बनाते है और रंग और गुलाल से सराबोर पूरे मौहल्ले में घूमते है। जिन्हें भी देखते है, उसे रंगीन कर देते है। वही कुछ इन रंगों से बचने कोशिश भी करते है, तब ये गैंग दौड़कर उसे पकड़ते है और एड़ी से लेकर चोटी तक रंग देते है।

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    खैर यह मस्ती वाली गीली होली दोपहर तक चलती है। तब ये गैंग आराम करता है और अपने चेहरे को साफ करता है। इसके बाद सुखी होली यानि गुलालों से होली खेली जाती है। साथ ही गायन-वादन भी होता है।

    इन गायन-वादन में लोक-गीतों को प्रमुखता से गाया जाता है, जो धरती की रंगीन पटल पर भारत की विविध संस्कृति की गहरा छाप छोड़ जाता है।
    खैर इस दौरान मिलने वालों बड़े-बुजुर्गों के चरण पर गुलाल डाल चरण भी स्पर्श करते है।

    यह कार्यक्रम पूरे शाम तक चलता है। इस तरह होलिका दहन को शुरू हुआ ये भाईचारा वाला त्यौहार सभी के दिलों में प्रेम भरकर पूर्ण होती है और उन्हें अगले साल तक के लिए मधुर और मनोरम स्मृति दे दी जाती है।

    600 Words Essay (होली पर निबंध प्रस्तावना सहित)

    प्रस्तावना :
    होली भारत देश का एक प्रमुख त्योहार है। इसे रंगों का त्योहार भी कहा जाता है। इस दिन बच्चे रंगों से खेलते हैं और बड़ों के आशीर्वाद लेते हैं और इस दिन को बहुत ही अच्छे से मनाया जाता है।

    होली का उत्सव हर साल पूर्ण चंद्रमा के दिन मार्च (फाल्गुन) के महीने में मनाया जाता है। इसे एकता, प्यार, खुशी, सुख, और जीत का त्योहार के रुप में भी जाना जाता है।

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    हम लोग एक-दूसरे के साथ प्यार और खुशी जाहिर करने के लिये इस पर्व को चमकीले और आकर्षक रंगों से खेलते है। इसका अपना महत्व है, साथ ही इसको मनाने के पीछे कई सारे कारण, कथाएं और आस्था भी है।

    होलिका और प्रहलाद की कहानी :
    होली को मनाने के पीछे भक्त प्रहलाद की मुख्य भूमिका है। भगवान विष्णु के भक्त प्रहलाद को उसी के पिता ने उसकी पूजा न करने पर मारने का प्रयास किया,

    इसके लिये उसने अपनी बहन होलिका को प्रहलाद को अपनी गोद में लेकर आग में बैठने को कहा क्योंकि होलिका को ये वरदान था कि वो आग में जल नहीं सकती चूंकि प्रहलाद भगवान विष्णु का भक्त था,

    इसलिये इस आग में उसे कोई नुकसान नहीं हुआ जबकि आशीर्वाद पायी होलिका जलकर भस्म हो गई। उसी दिन से हर साल ये त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के रुप में मनाया जाता है।

    होली का त्योहार कैसे मनाया जाता है?
    होली को दो पक्षों में मनाया जाता है। इस दिन रंगों के साथ खेलते है तो एक दिन होलिका दहन करते है। पहले पक्ष में होलिका दहन होता है। होली के एक दिन पूर्व होलिका दहन हिन्दुओं द्वारा मनाया जाता है।

    होलिका दहन के पीछे ऐतिहासिक कारण है। होलिका दहन में घरों के बाहर घास-फूस, लकड़ी और गोबर के उपलों को जलाते है। घर की महिलाएं रीती गीत जाती है, और सब आपस में गले मिलकर प्रेम प्रकट करते है।

    दूसरे पक्ष में होली खेलने के लिए लोग तरह-तरह के रंगो का प्रयोग करते है। पुराने ज़माने के लोग प्राकृतिक रंग का प्रयोग करते थे, जिसके वजह से उनके स्किन को कोई नुकसान नहीं पहुँचता।

    लेकिन अब लोग केमिकल बेस्ड रंग का प्रयोग करते है। गुलाल का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि किसी को कोई नुकसान न पहुंचे। किसी को जबरदस्ती रंग नहीं लगाना चाहिए क्योंकि किसी-किसी की त्वचा संवेदनशील होती है।

    केमिकल वाले रंग त्वचा के लिए बहुत ही हानिकारक होते है लोगों से निवेदन है की वो केमिकल रहित रंग का प्रयोग करे और अपनी होली को बहुत रोमांचक बनाये।

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    होली से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

    होली खेलने के एक दिन पहले होलिका जलाना बहुत ही महत्वपूर्ण है। होली खेलने का सबसे अच्छा समय सुबह से दोपहर तक का होता है।

    निष्कर्ष
    इस त्यौहार में लोग आपस के मत-भेद भूल कर नई जीवन की शुरुआत के साथ अपने अंदर नई ऊर्जा को भी ले आते है। हिन्दुओं में सारा परिवार इस अनोखे पर्व का पूरे साल इंतजार करता है।

    हर जगह रंग ही रंग दिखाई देता है। पूरा शहर रंगीन हो जाता है और एक दूसरे को बहुत सारी खुशियां देता है। सबके घरों में तरह तरह के पकवान बनाते है। शाम को सब एक दूसरे के घर जाते है और  गुलाल लगाते है।

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